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मन को मुर्ख मानुं कि मानुं घणों स्याणों

    मन को मुर्ख मानुं कि मानुं घणों स्याणों      मुख्य कविता अनुभाग:  हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो घणी बखत होयगी म्हूं तो लार छोड आयो  बण ईं मन गा है तेरकन रोज आणा-जाणों हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो तेरी बात आव जद म्हूं तो मुंड आडी आंगळी द्यूं बण ईं मन गो है माईंमा बड़बड़ाणों हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो ओळ्यू आव ईसी क आंख्यां आडो चीतर दिस  कर हठ एक-आधी कवितावां तो मांड ही ज्याणों हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो नित नेम मेरो हरी भजन कर सोवणो  बण ईंगों काम नित रात्यूं तेरो सुपणौं ल्यावणों हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हूंतो कर घणा कौतक पराई कर दिधि  बण ईंगों करतब रोज साम्ही जाणों हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो हिय न भोळो जाणुं के जाणुं घणो स्याणो "तूं खड्यो हूर चाल, बा देख साम्ही आव " मेर कानां म ईंगो नित फुसफुसाणों हिय न भोळो जाणुं के ...

भारत स्काउट का झंडा

भारत स्काउट का झंडा

 ‎नीले आसमां मे गहरा नीला रंग लिए 

‎बहती बयार के संग लहराता हुआ

‎पुल्कित होता है हर स्काउट और गाइड 

‎देख इसे ऊंचाई पर फहराता हुआ 

‎नीलापन संदेश बंधुत्व भाव का लिए

‎लगा पीली पृष्ठभूमि पर नीला बेज 

‎लिए है उत्तरोत्तर उन्नती का संदेश 

‎त्रिदलीय पंखुड़ीयां प्रतिज्ञा याद दिलाती 

‎उचित अनुचित हमें बतलाती

‎वर्दीधारी जिसकी सदा शान बढाते 

‎सदा उन्नति के पथ पर बढ़ते जाते

‎यही है वो लोग जो सुरमा कहलाते

‎एसा है हमारा भारत स्काउट का झंडा 

‎इसी के नीचे हमारा धाम है 

‎इसे हमारा दिल से सलाम है।



भारत स्काउट गाइड :-

                            भारत स्काउट गाइड एक राष्ट्रीय संगठन है, जिसकी स्थापना 7 नवंबर 1950 को हुई थी। इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं में अनुशासन, आत्मनिर्भरता, देशभक्ति और सेवा भावना का विकास करना है। इस संगठन में लड़कों को स्काउट और लड़कियों को गाइड कहा जाता है। इसका विस्तार संपूर्ण भारतवर्ष में है तथा मुख्यालय नई दिल्ली मे है।

भारत स्काउट गाइड का आदर्श वाक्य है – “सदैव तैयार” (Be Prepared)। इसके सदस्य समाज सेवा, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण, प्राथमिक चिकित्सा, कैंपिंग और आपदा राहत जैसे कार्यों में सक्रिय रहते हैं। यह संगठन बच्चों को नेतृत्व, जिम्मेदारी और सहयोग की शिक्षा देता है।आज भारत स्काउट गाइड पूरे देश में लाखों बच्चों और युवाओं को जोड़कर उन्हें अच्छे नागरिक और जिम्मेदार इंसान बनने की प्रेरणा दे रहा है।भारत का कोई भी नागरिक इस संस्थान से जुड़कर अपनी सेवाएं दे सकता हैं। भारत स्काउट गाइड द्वारा डिप्लोमा प्राप्त होने पर उसे राज्यपाल तथा राष्ट्रपति अवार्ड भी दिया जाता है।

भारत सरकार व राजस्थान सरकार इसे प्रोत्साहन देती रही है। उसी प्रोत्साहन के तहत् प्री डीएलएड, बीएड व इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रमों में इसे सात दिवसीय अनिवार्य केम्प के रूप में जोड़ा गया है। मैं भी इसी सात दिवसीय प्रोग्राम के तहत इस कविता को लिखा और अनुमोदित किया।

यह कविता भारत स्काउट गाइड के झंडे से संबंधित है जो मूलतः ध्वज गान से प्रेरित है। इसमें भारत स्काउट गाइड के झंडे की विशेषताओं का बखान किया गया है। और इसके प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की गई है।


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